बुधवार, 15 अप्रैल 2020

एक दिन वो भोले भंडारी बन करके बृज नारी गोकुल में आ गए है lyrics , ek din vo bhole


एक दिन वो भोले भंडारी बन करके बृज नारी गोकुल में गए है |
पारवती भी मना के हारी, माने त्रिपुरारी, गोकुल में गए है ||


पारवती से बोले बाबा में भी चलूँगा तेरे साथ में |
राधा संग श्याम नाचे, में भी नाचूँगा तेरे संग में |
रास रचेगा बृज में भारी, हमें दिखादे प्यारी ||
गोकुल में गये है - ..........

मेरे भोले स्वामी, कैसे ले जाऊ तोहे रास में |
मोहन के सिवा कोई, पुरुष नाचे इस रास में |
हंसी करेगी बृज की नारी, मानो बात हमारी ||
गोकुल में गये है - ..........

ऐसा सजा दे मुझको, कन्हैया जाने मेरे राज को |
में हु सहेली तेरी, ऐसा बताना बृजराज को |
लगा के गजरा बाँध के साड़ी, चाल चले मतवाली ||
गोकुल में गये है - ..........

ऐसी बजाई बंसी, सुधबुध भूले भोलेनाथ रे |
ही गये रे शंभू , समझ गये बृजराज रे |
सरक गई जब सिर से साड़ी, पूछता ये बनवारी ||
गोकुल में गये है - .........

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