शनिवार, 9 फ़रवरी 2019

तू आयो देर से गिरधारी.संत श्री गुलाबनाथ जी महाराज (tu aayo der se girdhari) Lyrics















आयो देर से गिरधारी, तू आयो देर से गिरधारी |
तेरी पाछी ले ज्या गाठड़ी तू मोड़े आयो गिरधारी ||

और सगा ने महल मालिया, सुंदर महल अटारी |
नरसी भगत ने टूटेडी टपरी, बा भी गाँव से न्यारी ||

और सगा ने लाडू जलेबी, सत पकवान मिठाई |
नरसी भगत ने बासी खिचड़ी, बा भी लूण से खारी ||

और सगा ने हिंगलू ढोलिया, गादी गिन्डवा न्यारा,
नरसी भगत ने फतेदी गुदड़ी, बभी चूहा से फाड़ी ||

कह नरसिलो सुन रे सांवरा आनो है तो ज्या |
नानी बाई को भरके मायरो , पाछा सुरग सिधारो ||

छप्पन करोड़ को ल्यायो मायरो, न्याय करो प्रभु त्यारो |
छिन्तरमल नरसी कि लज्जा, रखे बंसी वालो |
 





1 टिप्पणी:

भाँगडली शरणाई रे शिव थारा नैणा में || Bhangdli sarnai re shiv thare naina me || अर्जी सुन्ज्यो दीनानाथ ||

  भाँगडली शरणाई रे शिव थारा नैणा में, अर्जी सुन्ज्यो दीनानाथ, थे तो भूता रा सरदार तेरी महिमा अपरम्पार धतूरो बोयो वन मे भांगडली गरनाई रे शिव ...