बुधवार, 15 अप्रैल 2020

हे मंगल कि मूल भवानी शरणा तेरा है, He Mangal Ki Mool Bhavani Ma Lyrics


हे मंगल कि मूल भवानी शरणा तेरा है |

मैया है ब्रह्मा कि पुत्री, लेकर ज्ञान स्वर्ग से उतरी |
आज तेरी कथा बना देई सुथरी प्रथम मनाया है || ||

मैया भवन बन्या जाली का, हार गूँथ ल्याया है माली का |
ध्यान धर कलकते वाली का , पुष्प चढ़ाया है ||

मैया महिषासुर को मार्या, अपने बल से धरण पछाडया |
हाथ लिए खांडा दु धारया, असुर सन्हार्या है ||

कहता शंकर जटोली वाला, हरदम रटे मैया जी कि माला |
खोल मेरे ह्रदय का ताला, विद्या वर पाया है ||

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