रविवार, 12 जुलाई 2020

श्री गणेश काटो क्लेश, नित्य हमेशा ध्यावाँ थाँने अरजी करां दरबार में मनवा थाने....

श्री गणेश काटो क्लेश, नित्य हमेशा ध्यावाँ थाँने
अरजी करां दरबार में मनवा थाने, 
अरजी दरबार में करता सरकार में, श्री गणेश काटो....!!

दुंद दुंदाला देवा शूँड शूँडाला !
मोटा मूँड लम्बी शूंड भरके दूंद !! ध्यावा थाने.....!!१!!

पुष्पन माला नयन विशाला ! 
चढ़े सिन्दूर बरसे नूर, दुश्मन दूर !!ध्यावा थाने....!!२!! 

रिद्धि सिद्धि नारी देवा, लागै पियारी ! 
रिद्धि सिद्धि नार , भरया भंडार, सेवा अपार !!ध्यावा थाने......!!३!!

देवसेना ओ बाबा थारो गुण गावे, गुरू चरणा मे शीश नवावें !
द् यो वरदान, मांगु दान, करो कल्याण !! ध्यावा थाने....!!४!!

श्री मोतीसिंह जी द्वारा रचित।

भाँगडली शरणाई रे शिव थारा नैणा में || Bhangdli sarnai re shiv thare naina me || अर्जी सुन्ज्यो दीनानाथ ||

  भाँगडली शरणाई रे शिव थारा नैणा में, अर्जी सुन्ज्यो दीनानाथ, थे तो भूता रा सरदार तेरी महिमा अपरम्पार धतूरो बोयो वन मे भांगडली गरनाई रे शिव ...