!!! अलबेला
रो खेल
फकीरी !!!
कायर सके न झेल फकीरी, अलबेला रो खेल फकीरी || फकीरी अलबेला ||
ज्यू रण माय लडे नर सूरा, अईया झुक रह्या सैल |
गोली नाल जुजरबा चाले, सन्मुख लेवे झेल || फकीरी अलबेला ||
सती पती संग निसरी रे , अपने पिया के गेल |
सूरत लगी अपने साहिब से , अग्नि काय बिच मेल || फकीरी अलबेला ||
अलल पंछी ज्यू उलटा चाले, बांस भरत नट खेल |
मेरु इक्कीस छेद गढ़ बंका, चढ़गी अगम के महल || फकीरी अलबेला ||
दोय रे एक रहे नहीं दूजा, आप आपको खेल |
कहे सामर्थ्य कोई असल पिछाने, लेवे गरीबी झेल || फकीरी अलबेला ||
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