शनिवार, 22 मई 2021

श्री गणेश काटो क्लेश, shree ganesh kato kalesh

श्री गणेश काटो क्लेश, नित्य हमेशा ध्यावाँ थाँने
अरजी करां दरबार में मनवा थाने, 
अरजी दरबार में करता सरकार में, श्री गणेश काटो....!!

दुंद दुंदाला देवा शूँड शूँडाला !
मोटा मूँड लम्बी शूंड भरके दूंद !! ध्यावा थाने.....!!१!!

पुष्पन माला नयन विशाला ! 
चढ़े सिन्दूर बरसे नूर, दुश्मन दूर !!ध्यावा थाने....!!२!! 

रिद्धि सिद्धि नारी देवा, लागै पियारी ! 
रिद्धि सिद्धि नार , भरया भंडार, सेवा अपार !!ध्यावा थाने......!!३!!

देवसेना ओ बाबा थारो गुण गावे, गुरू चरणा मे शीश नवावें !
द् यो वरदान, मांगु दान, करो कल्याण !! ध्यावा थाने....!!४!!

श्री मोतीसिंह जी द्वारा रचित।

मेरी विनती सुनो हनुमान, धरू तेरा ध्यान

मेरी विनती सुनो हनुमान, धरू तेरा ध्यान,
पवन का प्यारा, अंजनी का लाल दुलारा,
मेरी विनती सुनो हनुमान, धरू तेरा ध्यान,
पवन का प्यारा, अंजनी का लाल दुलारा,

सिर मुकुट गले फूलमाला, और लाल लंगोटे वाला,
धारे कुंडल झलके कान, चंद्रा उजियाराम
सिर मुकुट गले फूलमाला, और पवन का प्यारा वाला,
धारे कुंडल झलके कान, चंद्रा उजियाराम,
अंजनी का लाल दुलारा,
मेरी विनती सुनो हनुमान, धरू तेरा ध्यान,
पवन का प्यारा, अंजनी का लाल दुलारा,

शिवशंकार के अवतारी, सियारामजी के आज्ञाकारी,
हे पवनपुत्र बलवान, तेज आती भरा,
शिवशंकार के अवतारी, सियारामजी के आज्ञाकारी,
हे पवनपुत्र बलवान, तेज आती भरा,
अंजनी का लाल दुलारा,
मेरी विनती सुनो हनुमान, धरू तेरा ध्यान,
पवन का प्यारा, अंजनी का लाल दुलारा,

लक्ष्मण के प्राण बचाए, अहिरावाण मार गिराए,
श्री राम के भक्त सुजान, करो निस्टार,
लक्ष्मण के प्राण बचाए, अहिरावण मार गिराए,
श्री राम के भक्त सुजान, करो निस्टार,
अंजनी का लाल दुलारा,
मेरी विनती सुनो हनुमान, धरू तेरा ध्यान,
पवन का प्यारा, अंजनी का लाल दुलारा,

नीत नाम रटू में तेरा, दुख संकट हरियो मेरा,
कहे भक्त करो कल्याण दास में तुम्हारा,
नीत नाम रतु मई तेरा,हरियो मेरा,
कहे भक्त करो कल्याण दास में तुम्हारा,
अंजनी का लाल दुलारा,
मेरी विनती सुनो हनुमान, धरू तेरा ध्यान,
पवन का प्यारा, अंजनी का लाल दुलारा,

मंगलवार, 18 मई 2021

सुन सुन है म्हारी काया ऐ लाड़ली || Sun Sun Hai Mhari Kaya R Ladli Lyrics

सुन सुन है म्हारी काया ऐ लाड़ली
काया के दाग़ लगाए मत ना कुसंगत मे जाये मत ना या काया थारी हीरा वरणी -(2) हीरा मे कांकरा मिलाये मत ना कुसंगत मे जाये मत ना

आ काया थारी सोना वरणी-(2)
सोना म खाद मिलाई मत ना
कुसंगत मे जाये मत ना 
या काया थारी मोती वरणी -(2)
मोती को पानी गवाए मत ना
कुसंगत मे जाये मत ना

या काया थारी कोयल वरणी -(2)
कोयल से कागा बनाये मत ना
कुसंगत मे जाये मत ना

या काया थारी हंसा वरणी -(2)
हंसा से बुगलो बनाये मत ना
कुसंगत मे जाये मत ना

कहत कबीर सुनो भाई साधो -(2)
सांता को साथ गावाये मत ना
साधा को साथ गावाये मत ना
कुसंगत मे जाये मत ना

BHAJAN

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