भरत पियारा
मेरो, नाम
हनुमान |
नाम हनुमान, मेरो नाम हनुमान ||
कोण दिशा से आयो मेरा भाई, इस पहाड़ को करसी काई |
देख लीनी तेरी प्रभुताई, झेल्यो मेरो बाण ||१ ||
लंकापुरी से आयो मेरा भाई, लक्ष्मण जी ने मूर्छा आई |
रावण सूत ने बाण चलायो , मार्यो शक्तिबाण || २ ||
कहो भरत क्या जतन बणाऊ, लंगड़ा कर दिया कैसे जाऊ |
संजीवन कैसे पहुचाऊ, उदय होसी भान || ३ ||
आओ बाला बेठो बाण पर, तने पंहुचा द्यु लंका धाम में |
ऐसी मेरे जंच रही ध्यान में, बाण विमान || ४ ||
ले संजीवन हनुमत आये, लक्ष्मण जी ने घोट पिलाए |
सुखीराम भाषा में गाये, चरणों में ध्यान || ५ |
नाम हनुमान, मेरो नाम हनुमान ||
कोण दिशा से आयो मेरा भाई, इस पहाड़ को करसी काई |
देख लीनी तेरी प्रभुताई, झेल्यो मेरो बाण ||१ ||
लंकापुरी से आयो मेरा भाई, लक्ष्मण जी ने मूर्छा आई |
रावण सूत ने बाण चलायो , मार्यो शक्तिबाण || २ ||
कहो भरत क्या जतन बणाऊ, लंगड़ा कर दिया कैसे जाऊ |
संजीवन कैसे पहुचाऊ, उदय होसी भान || ३ ||
आओ बाला बेठो बाण पर, तने पंहुचा द्यु लंका धाम में |
ऐसी मेरे जंच रही ध्यान में, बाण विमान || ४ ||
ले संजीवन हनुमत आये, लक्ष्मण जी ने घोट पिलाए |
सुखीराम भाषा में गाये, चरणों में ध्यान || ५ |
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