आ गिरधारी रे साांवरा आ बनवारी रे
नरहसलो खड्यो उडीक अब तो आ गिरधारी रे
आ समय भात की आयी पर तू ना सूरत लदखाइ
ऄब तो होव लोग हंसाइ ऄब तो अ गिरधारी रे
म तेरे भरोसे अयो सागे भी कछु न ल्यायो
में आकर के सरमायो ऄब तो आ गिरधारी रे
के तन नींद सतायो क सतभामा बिल्मयो
क भगत कोइ ऄटकायो ऄब तो अ गिरधारी रे
थे भात भरण ना अस्यो आ नानी तो मरज्यासी
या थारो लबड्द लजासी ऄब तो आ गिरधारी रे
वसु देवकीनंदन अया कंचन का मेह बरसाया
"देवसेना थारो " जस गायो अब तो आ गिरधारी
नरहसलो खड्यो उडीक अब तो आ गिरधारी रे
आ समय भात की आयी पर तू ना सूरत लदखाइ
ऄब तो होव लोग हंसाइ ऄब तो अ गिरधारी रे
म तेरे भरोसे अयो सागे भी कछु न ल्यायो
में आकर के सरमायो ऄब तो आ गिरधारी रे
के तन नींद सतायो क सतभामा बिल्मयो
क भगत कोइ ऄटकायो ऄब तो अ गिरधारी रे
थे भात भरण ना अस्यो आ नानी तो मरज्यासी
या थारो लबड्द लजासी ऄब तो आ गिरधारी रे
वसु देवकीनंदन अया कंचन का मेह बरसाया
"देवसेना थारो " जस गायो अब तो आ गिरधारी
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