(म्हारी) छाती भर आव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने
म्हारो हियो हुलसाव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने।
(जुल्म कर्यो रे बेरी)2 इस काले नाग ने
(जुल्म कर्यो रे बेरी)2 इस काले नाग ने
(म्हारी) छाती भर आव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने
म्हारो हियो हुलसाव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने
डस गयो काळो रे कंवर रोहिताश ने
(म्हारी) छाती भर आव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने
म्हारो हियो हुलसाव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने।]]*
(छुप गयो चाँद जैसे)~2 अंधियारी रात म
म्हारो हियो भर......
(टप-टप नीर बरसे)-2 राणी की आँख से
म्हारो हियो भर......
(कर्जा चुका के राणी)-2 फेर फूंकी ल्हाश रे
म्हारो हियो भर......
(कैसे चुकाऊँ राजा)-2 कुछ नहीं पास में
म्हारो हियो भर ....
(कर्जा चुका दे राणी)-2 साड़ी तेरे पास में
म्हरो हियो भर.....
(कर्जो चुका के राणी )-2 फूँकण लागी ल्हाश ने
म्हरो हियो भर.....
(नंद लाल कब से गाव)-2 रहूँ तेरे सामने/(पास म)
म्हरो हियो भर....