रविवार, 30 दिसंबर 2018

गाड़ी वाले मुझे बिठा ले ।। Gadi Wale Mujhe Bith Le Lyrics

गाड़ीवाले म्हणे बिठाले

गाडी वाले म्हणे बिठाले। एकबार गाडी थाम।
भाई मै  हार गया।। 

नरसीजी यो कहने लागे। गाडी मेरी पुरानी है।
जल्दी गाड़ी ठीक करू। ना मेरेसे छानी है।
किसनो म्हारो नाम भगतजी। खाटी म्हारी जात है  ||१||

क्या डोज तुम सुधराई। कहदो तुम नरसी भाई।
चरणांमृत  और तुलसी पत्ते। देवू तुमको सुधराई।
पांच सात मई भजन सुनाऊ। नहीं पल्ले में दाम  ||२||

हात करोती खान्दे बसोलो। लिया हाथ में आरी है।
नरसीजीकी बिग़डी गाडी। प्रभु आय सुधरी है।
सोना के तो चाक मढ़ा दिया। हीरे जडे तमाम   ||३||

बैलो पर जब हाथ धरा। नई चमक शक्ती आई।
नगर अन्जारा पोहोचे नरसी। खुश हुई नानीबाई।
किसनो खाटी उतर गया जब। कर संताने प्रणाम  ||४||

सोला बैठे बाबाजी। गाड़ीमे मेरे माला।
नरसीजीकी गाड़ीके। कृष्ण बने है रखवाला।
किसनो बोल्यो दया राखजो। जाऊंगा अब धाम. ||५||

एक भगत का काम बना। प्रभु आकरके रथवान बने।
जैसे है यह भगत जगत में। वैसेही भगवान बने।
नरसी बोले शाम रटोरे। सरजावे सब काम  ||६||

बुधवार, 26 दिसंबर 2018

डस गयो काळो रे कंवर रोहिताश ने | das Gyo Kalo Re Kunvar Rohitash ne Lyrics vrdevsena

डस गयो काळो रे कंवर रोहिताश ने
(म्हारी) छाती भर आव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने
म्हारो हियो हुलसाव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने।


फूल तोड़न ने गयो बेटो बाग में डस गयो काळो देखो गोर-गोर हाथ ने
(जुल्म कर्यो रे बेरी)2 इस काले नाग ने
*[[म्हारो हियो हुलसाव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने
(जुल्म कर्यो रे बेरी)2 इस काले नाग ने
(म्हारी) छाती भर आव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने
म्हारो हियो हुलसाव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने
डस गयो काळो रे कंवर रोहिताश ने
(म्हारी) छाती भर आव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने
म्हारो हियो हुलसाव रे लाला देखू तेरी ल्हाश ने।]]*



बोल तो बोल बेटा एक बार बोल रे,माता उडिके रे थारी अंखियां तू खोल रे
(छुप गयो चाँद जैसे)~2 अंधियारी रात म
म्हारो हियो भर......


लाश को लेके राणी शमशान आयी अपने हाथों से राणी चिता तो बनायी
(टप-टप नीर बरसे)-2 राणी की आँख से
म्हारो हियो भर......


इतने में हरिशश्चंद्र राजा वहां देते पहरा पहले चुका दे राणी कर्जा तू मेरा
(कर्जा चुका के राणी)-2 फेर फूंकी ल्हाश रे
म्हारो हियो भर......

कर जोड़ राणी बोली सुणो परमेश्वर मेरे पास पैसा,वस्तु कुछ नही वस्त
(कैसे चुकाऊँ राजा)-2 कुछ नहीं पास में
म्हारो हियो भर ....


में तो हूँ नोकर राणी मालिक भंगी, इस दुनिया में मेरा कोई नहीं संगी
(कर्जा चुका दे राणी)-2 साड़ी तेरे पास में
म्हरो हियो भर.....


आधी साड़ी से राणी कफ़न बणायो, आधी साड़ी से राणी कर्जो चुकायो
(कर्जो चुका के राणी )-2 फूँकण लागी ल्हाश ने
म्हरो हियो भर.....


गगन मण्डल से पुष्प जो बरसे एक पुत्र बिना राजी राणी  तरसे
(नंद लाल कब से गाव)-2 रहूँ तेरे सामने/(पास म)
म्हरो हियो भर....
डस गयो काळो रे ...

शनिवार, 22 दिसंबर 2018

नम: शिवाय भजता जा Nmh Shivay Ratata Ja Lyrics




नम: शिवाय रटता  जा
ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव , ॐ शिव ॐ शिव रटता जा |
नम: शिवाय नम: शिवाय, नम: शिवाय भजता जा ||
शिव शंकर कैलाशपति है, अंग वभूति रमाते है |
जटाजूट में गंग बिराजै, गंगाधर को रटता जा || नम: शिवाय ||
भांग धतुरा भोग लागत है, गले सर्पो की माला रे |
नंदी की असवारी सोहे, नन्दीश्वर को रटता जा || नम: शिवाय ||
भष्मासुर को भष्म कराया, लीला अपरम्पार तेरी |
मोहिनी रूप धारयो विष्णु ने, लीलाधर को रटता जा || नम: शिवाय ||
गगन मंडल थारी महिमा गावै, गावै नर और नारी रे |
ऐसे दीनदयाल मेरे दाता, भूतनाथ को रटता जा || नम: शिवाय ||
ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव , ॐ शिव ॐ शिव रटता जा |



रविवार, 16 दिसंबर 2018

एक डोर लग ज्याउला गुराजी थारे, शरणा पड्या रहूँगा| ek dor lag jau la guraji thara sarna padya rahunga Lyrics

एक डोर लग ज्याउला गुराजी थारे, शरणा पड्या रहूँगा|

पत्थर न पुजूं, पत्ता न पुजूं, ना कोई देव मनाउंगा|
पात- पात म बसे थारी मूरत, उसके आगे झूक जाउंगा|
एक डोर..........।।1।।

गंगा न जाऊँ, यमुना न जाऊँ, ना कोई तीरथ नाऊंगा|
अड्सठ तीरथ, घट ही म गंगा, उससे भर भर नाऊंगा|
एक डोर........।।2।।

औषद् ना पिऊं, बूटी ना पिऊं, ना कोई करष बताऊंगा|
जद दिखे म्हारा, सत्तगुरू सायब, उसको नबज दिखाऊंगा|
एक डोर...........।।3।।

सब रस छोड, एक रस ताकूं, सत्त अमरापुर जाउंगा|
सरण मछन्दर जति गोरख बोल्या, ब्रम्ह घोट गिट जाऊंगा|
एक डोर......।।4।।

शनिवार, 15 दिसंबर 2018

हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय full Ek Acchambho Dekhyo Mero May Lyrics

हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय। वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(3)

हंर एक अचम्भो देख्यो  मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(2)

वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(3)

एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(2)

ईण र् गांव री उलटी रीत।-(2)

नीच छान ऊपर न भींत ।-(2)

चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय,
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(2)

वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(3)

एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(2)

ओ. ....
आग जल्ड़ चूल्हों बुत जाय।-(4)

पोवण वाळी न रोटी खाय।-(2)

छोर की गोद्-यां म छोर की माय,वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(2)

वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(3)
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(2)

ओ....
कह गए नाथ जी ऐसी वाणी।-(4)

बिन जल ताल भर्-या  है पाणी।-(2)

पेड़ कट ओर फल लग जाय,
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(2)

वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।(3)

हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।(2)

ओ.......
कह गए गोरख उल्टी वाणी।-(4)

दूध का दूध और पाणी का पाणी।-(2)

परखण वाळा तुरन्त मार जाए,वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय ।-(2)

कह गए गोरख उल्टी वाणी।-(2)

दूध का दूध और पाणी का पाणी।-(2)

परखण वाळा तुरन्त मार जाए।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(2)

वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(3)

एक अचम्भो देख्यो मेरी माय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(2)

एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।-(6)

हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय Ek achhambho dekhyo meri may Lyrics

हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
हंर एक अचम्भो देख्यो  मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।~
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।

ईण र् गांव री उलटी रीत।
ईण र् गांव री उलटी रीत।~
नीच छान ऊपर न भींत ।
नीच छान ऊपर न भींत ।
चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
चरियां को पाणी मंडेरी चढ़ जाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।

ओ. ....
आग जल्ड़ चूल्हों बुत जाय।
आग जल्ड़ चूल्हों बुत जाय।
आग जल्ड़ चूल्हों बुत जाय।
आग जल्ड़ चूल्हों बुत जाय।
पोवण वाळी न रोटी खाय।
पोवण वाळी न रोटी खाय।
छोर की गोद्-यां म छोर की माय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
छोर की गोद्-यां म छोर की माय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।

ओ....
कह गए नाथ जी ऐसी वाणी।
कह गए नाथ जी ऐसी वाणी।
कह गए नाथ जी ऐसी वाणी।
कह गए नाथ जी ऐसी वाणी।
बिन जल ताल भर्-या  है पाणी।
बिन जल ताल भर्-या  है पाणी।
पेड़ कट ओर फल लग जाय
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
पेड़ कट ओर फल लग जाय
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
हंर एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।

ओ.......
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
परखण वाळा तुरन्त मार जाए।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय ।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
कह गए गोरख उल्टी वाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
दूध का दूध और पाणी का पाणी।
परखण वाळा तुरन्त मार जाए।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
एक अचम्भो देख्यो मेरी माय, वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।
वन म चरा ल्याई सिंघ न गाय।

शुक्रवार, 14 दिसंबर 2018

प्रेम से हरि नाम रटना चहिये prem se hari nam ratna cahiye Lyrics


प्रेम से हरि नाम रटना चहिये

कर्म से पीछे ना हटना चाहिये, प्रेम से हरि नाम रटना चहिये (कर्म...... )
सुख - दुःख,दिन - रात से आते सदा , ये समझ इनसे निपटना चाहिये  (कर्म..)
भोग में भ्रम है, सुखो का सुख कहा , भूलकर भी ना लिपटना चाहिये (कर्म ....)

मृत्यु कर देती है, जब सबसे अलग , व्यर्थ क्यूँ इससे चिमटना चाहिये ( कर्म ...)

मार्गदर्शन वेद - बुद्ध सब कर रहें , शम्भू फ़िर क्यूँ, दर भटकना चाहिये ( कर्म ....)

म्हारै राम राम राम, सतगुरु सायब आया जी Mhara Ram Ram Ram Satguru Sahayab Aaya Ji Lyrics


म्हारै राम राम राम, सतगुरु सायब आया जी

भला ही आया जी, सतगुरु खूब आया जी |
म्हारै राम राम राम, सतगुरु सायब आया जी ||

दूर देश से चलकर आया, सिर माथे पग म्हारे ल्याया |
आवो जी महाराज म्हारे, साधा रो उमाओ ||

उच्या थल्ला माथे कोई बेसणा जी, कोई जाजम देवा बिछाय |
थारा चरण धोय चरणामृत लेवा, म्हारे फेर कद आवोगा ||

भाव का भोजनिया गुराजी, थाने तनमन वारा जी |
आज रेन विश्राम करो म्हारे , फेर कद आवोगा ||

नाथ गुलाब मिल्या गुरु पूरा, म्हाने त्यारण आया जी |
भानीनाथ शरण सतगुरु की, बधावा गाया जी ||

सोमवार, 10 दिसंबर 2018

हिण्डो तो घलादे सतगुरु म्हारा बाग मे जी Hindo To Ghala Dyo Satguru Mhara Saheb Ji Lyrics




मे जी।
हिण्डो तो घलादे सतगुरु म्हारा बाग मे जी।
सतगुरु म्हारा, हिण्डे-हिण्डे सुरता नार ॥टेर॥
काया तो नगरिये मे सतगुरु म्हारा आमली जी।
सतगुरु म्हारा छायी छायी च्यारुँ मेर ॥1॥
अगर-चंदन को सतगुरु म्हारा पालणो जी।
सतगुरु म्हारा रेशम डोर घलाय ॥2॥
पाँच सखी मिल पाणीड़े न निसरी जी।
सतगुरु मेरा पाँचू ही एक उणियार ॥3॥
नाथ गुलाब से सतगुरु म्हारा विनती जी।
सतगुरु मेरा गावै-गावै भानीनाथ ॥4॥
बोल नाथ जी महाराज की जय

सोमवार, 3 दिसंबर 2018

उठे तो बोले राम,देवसेना 52 वी सत्संग सभा ,01-12-2018 Uth To Bol Ram Baith To Bol Ram Lyrics

भाई रे मत दीजो मावड़ली ने दोष, कर्मा की रेखा न्यारी॥टेर॥.
भाई रे एक बेलड़ के तूम्बा चार, चारा री करणी न्यारी न्यारी।
भाई रे पहलो गुराँसा रे हाथ, दूजोडो मृदंग बाजणो।भाई रे
तीजो तम्बुरा वाली बीण, चोथोडो भीक्षा मांगणो॥1.
भाई रे एक गऊ के बछड़ा चार, चारा री करणी न्यारी न्यारी।
भाई रे पहलो सुरज रो सांड, दूजोडो शिव को नान्दियो।
भाई रे तीजो यो धाणी वालो बैल, चोथोड़ो बालद लादनो॥2॥.
भाई रे एक माटी का बर्तन चार, चारा री करणी न्यारी न्यारी।
भाई रे पहले में दहिड़ो जमावे, दूजो तो शिव के जल चढ़े।
भाई रे तीजो पणिहार्या रे शीश, चोथोड़ो शमशान जायसी॥3॥.
भाई रे एक मायड़ के पुत्र चार, चारा री करणी न्यारी न्यारी।
भाई रे पहलो राजाजी री पोल, दूजोड़ो हीरा पारखी।
भाई रे तीजो यो हाट बजार, चोथोड़ो भीक्षा मांगसी॥4॥.
भाई रे कह गया कबीरो धर्मीदास, कर्मारा भारा मेटयो॥5॥
जय देवसेना | 
जय श्री बालाजी की | 
वन्देमातरम | 
जय हिन्द | 

सोमवार, 26 नवंबर 2018

तू आयो देर से गिरधारी.संत श्री गुलाबनाथ जी महाराज gulab nath ji Tu aayo der se giridhari Lyrics


आयो देर से गिरधारी, तू आयो देर से गिरधारी |
तेरी पाछी ले ज्या गाठड़ी तू मोड़े आयो गिरधारी ||

और सगा ने महल मालिया, सुंदर महल अटारी |
नरसी भगत ने टूटेडी टपरी, बा भी गाँव से न्यारी ||

और सगा ने लाडू जलेबी, सत पकवान मिठाई |
नरसी भगत ने बासी खिचड़ी, बा भी लूण से खारी ||

और सगा ने हिंगलू ढोलिया, गादी गिन्डवा न्यारा,
नरसी भगत ने फतेदी गुदड़ी, बभी चूहा से फाड़ी ||

कह नरसिलो सुन रे सांवरा आनो है तो ज्या |
नानी बाई को भरके मायरो , पाछा सुरग सिधारो ||

छप्पन करोड़ को ल्यायो मायरो, न्याय करो प्रभु त्यारो |
छिन्तरमल नरसी कि लज्जा, रखे बंसी वालो |

भाँगडली शरणाई रे शिव थारा नैणा में || Bhangdli sarnai re shiv thare naina me || अर्जी सुन्ज्यो दीनानाथ ||

  भाँगडली शरणाई रे शिव थारा नैणा में, अर्जी सुन्ज्यो दीनानाथ, थे तो भूता रा सरदार तेरी महिमा अपरम्पार धतूरो बोयो वन मे भांगडली गरनाई रे शिव ...