रविवार, 5 सितंबर 2021

Kaya Tan Main Rail Chale Lyrics || साधो भाई देखो ना नज़र पसार काया तन में रेल चले || काया तन में रेल चले

 




साधो भाई देखो ना नज़र पसार,
या काया तन में रेल चलें,
रेल चले र काया रेल चले,
काया रेल चले।

गाड़ी चलती है इंजन से,
इसमे साठ जगह पाणी के बंध से,
टिणों की एक एक कळ से,
धुआं निकसे बे तो  शुमार,
या अग्नि आठुं पहर जलै।

पांच टिकट काटणिया,
पच्चीस टिकट बाँटणिया,
तीन रेल रोकणिया,
इसमे चेतन सुरताँ है असवार,
या गाड़ी जद पेण्ड चलै।

नो सौ कील जोड़न की,
नवासी कील मोड़न की,
पिच्यासी कील दोड़ण की,
जिसमे ऐसा नही हैं हथियार,
मांग्याँ कोनी मौल मिलै।

शिवलाल भजन बनाया ताजा,
इसमे रख दिया दस दरवाजा,
दो पहिये छत्तिसुं बाजा,
एक दिन निकले डलेवर बाहर,
या गाड़ी कोनी पेंड चलै।|



Saadho Bhaai Dekho Na Nazar Pasaar,
Ya Kaaya Tan Mein Rel Chalen,
Rel Chale Ra Kaaya Rel Chale,
Kaaya Rel Chale.

Gaadee Chalatee Hai Injan Se,
Isame Saath Jagah Paanee Ke Bandh Se,
Tinon Kee Ek Ek Kal Se,
Dhuaan Nikase Be To  Shumaar,
Ya Agni Aathun Pahar Jalai.

Paanch Tikat Kaataniya,
Pachchees Tikat Baantaniya,
Teen Rel Rokaniya,
Isame Chetan Surataan Hai Asavaar,
Ya Gaadee Jad Pend Chalai.

No Sau Keel Jodan Kee,
Navaasee Keel Modan Kee,
Pichyaasee Keel Dodan Kee,
Jisame Aisa Nahee Hain Hathiyaar,
Maangyaan Konee Maul Milai.

Shivalaal Bhajan Banaaya Taaja,
Isame Rakh Diya Das Daravaaja,
Do Pahiye Chhattisun Baaja,
Ek Din Nikale Dalevar Baahar,
Ya Gaadee Konee Pend Chalai 

नमः शिवाय रटता जा bhajan lyrics || nmh shivay ratta ja bhajan lyrics || nmh shivay ratta ja

                             



                      ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव , ॐ शिव ॐ शिव रटता जा |

नम: शिवाय नम: शिवाय, नम: शिवाय भजता जा ||
शिव शंकर कैलाशपति है, अंग वभूति रमाते है |
जटाजूट में गंग बिराजै, गंगाधर को रटता जा || नम: शिवाय ||
भांग धतुरा भोग लागत है, गले सर्पो की माला रे |
नंदी की असवारी सोहे, नन्दीश्वर को रटता जा || नम: शिवाय ||
भष्मासुर को भष्म कराया, लीला अपरम्पार तेरी |
मोहिनी रूप धारयो विष्णु ने, लीलाधर को रटता जा || नम: शिवाय ||
गगन मंडल थारी महिमा गावै, गावै नर और नारी रे |
ऐसे दीनदयाल मेरे दाता, भूतनाथ को रटता जा || नम: शिवाय ||
ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव ॐ शिव , ॐ शिव ॐ शिव रटता जा | 

ओ थारे घट में बसे है || Thare Ghat Me Base Hai Bhagwan || Tere Ghat Me Base Hai Bhagwan Lyrics

ओ थारे घट में बसे है  भगवान, 
मंदिर में काँई ढूंढ़ती फिरे म्हारी सुरता ॥टेर॥

मुरती कोर मंदिर में मेली, बा सुख से नहीं बोलै। 
दरवाजे दरबान खड्या है, बिना हुकम नहीं खोलै ॥1॥

गगन मण्डल से गंगा उतरी, पाँचू कपड़ा धोले । 
बिण साबण तेरा मैल कटेगा, हरभज निर्मल होले ॥2॥

सौदागर से सौदा करले, जचता मोल करालै । 
जे तेरे मन में फर्क आवेतो, घाल तराजू में तोले ॥3॥

नाथ गुलाब मिल्या गुरु पूरा, दिल का परदा खोले । 
भानीनाथ शरण सतगुरु की, राई कै पर्वत ओलै ॥4॥
 

शुक्रवार, 3 सितंबर 2021

जाने कैसे हुई Sidharth Shukla की मृत्यु || कहीं आप भी उसी बीमारी के शिकार तो नहीं??

Sidharth Shukla Death : सिद्धार्थ शुक्ला के हार्ट अटैक से हुई मौत से परेशान हैं युवा, कैसे बचें ऐसी बीमारियों से ? जानिए ||

आज की सबसे बड़ी दुखद खबर यह है की बिग बॉस से अपनी पहचान बनाने वाले सिद्दार्थ शुक्ला की 40 साल की उम्र में मौत हो गयी है। वो बिग बॉस सीजन 13 के विनर रह चुके है और बिग बॉस से उन्होंने अपनी एक अलग ही पहचान बनायीं थी। इसके साथ साथ वो कुछ टीवी शो भी कर चुके है। 


बिग बॉस के तेहरवे सीजन में उन्होंने तहलका मचा के रख दिया था, जिससे शो की टीआरपी बहुत बड़ी थी। इस शो में सिद्दार्थ शुक्ला व रश्मि देसाई तथा अन्य पार्टिसिपेंट्स के साथ उनकी जंग काफी रही थी, जिसके लिए लिए अभी भी याद किया जाता है और आगे भी याद किया जायेगा। लेकिन उनके इस दुखद समाचार को सुनकर मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गयी है। चलिए अब जानते की आखिर सिद्दार्थ शुक्ला की मृत्यु कैसे हुई थी - Siddharth Shukla Ki Death Kaise Hui


बिग बॉस के तेहरवे सीजन में उन्होंने तहलका मचा के रख दिया था, जिससे शो की टीआरपी बहुत बड़ी थी। इस शो में सिद्दार्थ शुक्ला व रश्मि देसाई तथा अन्य पार्टिसिपेंट्स के साथ उनकी जंग काफी रही थी, जिसके लिए लिए अभी भी याद किया जाता है और आगे भी याद किया जायेगा। लेकिन उनके इस दुखद समाचार को सुनकर मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गयी है। चलिए अब जानते की आखिर सिद्दार्थ शुक्ला की मृत्यु कैसे हुई थी - Siddharth Shukla Ki Death Kaise Hui

सिद्दार्थ शुक्ला की मृत्यु कैसे हुई - Siddharth Shukla Ki Death Kaise Hui

Siddharth Shukla Ki Mrityu Kaise Hui Thi-सिद्दार्थ शुक्ला को हार्टअटैक हुआ था, जिसके बाद उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गयी। उन्हें कोई भी बीमारी नहीं थी, जिसकी वजह से एकदम से उनका दुनिया से अलविदा कहना सभी के लिए काफी शॉकिंग है। वही कुछ खबरों के अनुसार, मृत्यु से एक दिन पहले रात को उन्होंने कुछ दवाईयां खायी थी, जिसके बाद वो सुबह उठे ही नहीं थे।


Siddharth Shukla Ki Mrityu Kab Hui- सिद्दार्थ शुक्ला की मौत 40 साल की उम्र में 02 सितम्बर 2021, बृहस्पतिवार को गई थी। बताया जाता है की उनकी मृत्यु हार्ट अटैक से हुई थी। सिद्धार्थ शुक्ला का इस दुनिया से अचानक से चले जाना सभी के लिए काफी शॉकिंग है।

  • 02 सितम्बर की सुबह उन्हें मुंबई के जाने माने हॉस्पिटल कूपर में एडमिट किया गया था, जिसके बाद वहाँ के डॉक्टर्स ने उनकी मृत्यु की जानकारी दी। इसके बाद मुंबई पुलिस ने आधिकारिक रूप से सिद्दार्थ शुक्ला की डेथ को कन्फर्म किया। ये मिलने के बाद उनके फैंस और पूरी फिल्म इंडस्ट्रीज काफी सदमे में है



मनोचिकित्सकों का कहना है कि सिद्धार्थ के फैंस और उनके चाहने वालों के लिए यह दुख की बात तो है ही लेकिन ऐसी घटनाओं से लोगों को सीखना चाहिए कि उनकी दिनचर्या कैसी होनी चाहिए

एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला की मौत ने सबको चौंका दिया है. 40 साल के उम्र में इतनs फिट इंसान को हार्ट अटैक जैसी बीमारी हो सकती है, यह बात सबके जेहन में है. लोग सोच रहे हैं कि अगर कोई इंसान इतनी कम उम्र में दुनिया को छोड़ कर जा सकता है. तो जो लोग अपनी सेहत के प्रति सचेत नहीं है या वह कोई शारीरिक व्यायाम नहीं करते या कहें कि वह फिट रहने के लिए कुछ भी नहीं करते उनका क्या होगा ?


इसे सुनें
हार्ट अटैक से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप तनाव रहित रहें. इसके अलावा हार्ट अटैक से बचने के कुछ और तरीके भी हैं जैसे कि ज्यादा कैलोरी वाले खाने से बचना और नियमित व्यायाम (exercise) करना आदि. लेकिन अगर आप अपने दिल की सेहत को लेकर फिक्रमंद रहते हैं तो इन पांच मसालों का इस्तेमाल आपके लिए लाभदायक रहेगा
लोग हल्दी इलाइची ज़ीरा सॉफ




गुरुवार, 2 सितंबर 2021

राम नाम वालों झुँझनीयों Lyrics || Ram Name Walo Jhunjhniyo lyrics




राम  नाम  वालों  झुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों,
सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो |
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मन  मेरा  सतगुरु  पूरा  मिल  गया, मन  भरमी  ने  घायल  कियो,
लागि  चोट  शबदडा  री  तन  मे, मन  मस्तानन  मार  दियो |
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सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो,
राम  नाम  वालों  झझुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों |
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पहली  रे  नाम  नाभ  से  लीनो, कंठ  कमल  ठहराय  दियो,
कंठ  कमल  की  रे  अगलो  ड़ि  घाटी, बँक  नाल  में  बाड़  दियो |
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सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो,
राम  नाम  वालों  झुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों |
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शून्य  शिखर  के  रंग  महल  में, बादल  जो  गुर  राई  रयों,
झीर  मीर  झीर  मीर  अमृत  बरसे, ई  अमृत  ने  पी  रयों |
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सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो,
राम  नाम  वालों  झुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों |
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तन  के  ऊपर  अखी  शून्य  है, बिन  सूरज  चमकाए  रयों,
शरण  मछेन्दर  जती  गोरक्ष  बोल्या, आप  मे  आप  समाए  रयों |
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सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो,
राम  नाम  वालों  झुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों |
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बुधवार, 21 जुलाई 2021

सेवा म्हारी मानो गणपत, पूजा म्हारी मानो || SEVA MHARI MANO RE GANPAT LYRICS




सेवा म्हारी मानो गणपत, पूजा म्हारी मानो ।    
खोलो म्हारे हिवडे रा ताला जी ॥ टेर ॥

जल भी चढ़ाऊँ देवा, कोनी रे अछूता ।   
कोई जलवा ने मछल्या बिगाड्या जी ॥ 1 ॥
चन्दन चढ़ाऊँ देवा, कोनी रे अछूता ।   
चन्दन ने सर्प बिगाड्या जी ॥ 2 ॥

फूल चढ़ाऊँ देवा, कोनी रे अछूता ।    
 फूलड़ा ने भँवरा बिगाड्या जी ॥ 3 ॥

दूधड़ला चढ़ाऊँ देवा, कोनी रे अछूता ।   
दूधड़ला ने बाछड़ा बिगाड्या जी ॥ 4 ॥

काया भी चढ़ाऊँ देवा, कोनी रे अछूता ।  
काया न करमा बिगाड्या जी ॥ 5 ॥

पाँच चरण जति गोरक्ष बोल्या ।        
साँई तेरा नाम अछूता जी ॥ 6 ॥

शनिवार, 29 मई 2021

दुनिया मे देव हजारो हैं, Duniya Me Dev Hazaro hai

दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना
इनकी शक्ति का क्या कहना, इनकी भक्ति का क्या कहना
दुनिया मे देव हजारो हैं, बजरंग बली का क्या कहना

ये सात समुन्दर लांग गए और गढ़ लंका मे कूद गए
रावन को डराना क्या कहना, लंका को जलाना क्या कहना
दुनिया मे देव हजारो हैं बजरंग बली का क्या कहना

जब लक्ष्मन जी बेहोश हुए, संजीवनी बूटी लाने गए
परबत को उठाना क्या कहना, लक्ष्मन को जिवाना क्या कहना
दुनिया मे देव हजारो हैं बजरंग बली का क्या कहना

‘देवसेना’ इनके सीने मे सिया राम की जोड़ी रहती है
ये राम दिवाना क्या कहना, गुण गाये जमाना क्या कहना
दुनिया मे देव हजारो हैं बजरंग बली का क्या कहना

Sundarkand Lyrics

​ वक्र तुंड महाकाय सूर्य कोटि संप्रभ निर्विघ्न कुरू में देव सर्व कार्य सर्वदा गुरूर ब्रह्मा गुरूर विष्णु गुरुर देवों महेश्वर  गुरूर साक्षात ...