गुरुवार, 2 सितंबर 2021

राम नाम वालों झुँझनीयों Lyrics || Ram Name Walo Jhunjhniyo lyrics




राम  नाम  वालों  झुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों,
सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो |
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मन  मेरा  सतगुरु  पूरा  मिल  गया, मन  भरमी  ने  घायल  कियो,
लागि  चोट  शबदडा  री  तन  मे, मन  मस्तानन  मार  दियो |
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सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो,
राम  नाम  वालों  झझुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों |
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पहली  रे  नाम  नाभ  से  लीनो, कंठ  कमल  ठहराय  दियो,
कंठ  कमल  की  रे  अगलो  ड़ि  घाटी, बँक  नाल  में  बाड़  दियो |
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सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो,
राम  नाम  वालों  झुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों |
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शून्य  शिखर  के  रंग  महल  में, बादल  जो  गुर  राई  रयों,
झीर  मीर  झीर  मीर  अमृत  बरसे, ई  अमृत  ने  पी  रयों |
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सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो,
राम  नाम  वालों  झुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों |
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तन  के  ऊपर  अखी  शून्य  है, बिन  सूरज  चमकाए  रयों,
शरण  मछेन्दर  जती  गोरक्ष  बोल्या, आप  मे  आप  समाए  रयों |
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सतगुरु  आके  बजा  दियो, मेरा  धनगुरु  आके  बज  दियो,
राम  नाम  वालों  झुँझनीयों, मेरा  सतगुरु  आके  बजादियों |
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